ख़ामोशी पर शायरी
ख़ामोशी भी एक जुबां होती है,
हर बात कहने की वजह होती है।
जो लफ़्ज़ों में ना बयां हो सके,
वो आंखों की नमी में छिपी होती है।
Shayari On Khamoshi in Hindi
तेरी ख़ामोशी ने सब कुछ कह दिया,
मुझे टूटने का मौका ही ना दिया।
मैं सवालों में उलझा ही रहा,
तू जवाबों में भी चुप रहा।
Shayari On Khamoshi in Hindi
कुछ बातें अधूरी रह गई,
कुछ ख्वाब चुपचाप बह गए।
ख़ामोशी का आलम कुछ यूँ था,
कि लफ्ज़ भी खुद में डर गए।
ख़ामोशी पर शायरी
वो बोले बिना चले गए,
हम सुनते रहे ख़ामोशी को।
हर सदा उनकी याद बन गई,
और हम रह गए तन्हा सी सोचों में।
Shayari On Khamoshi in Hindi
ख़ामोशी जब लफ्ज़ों से बढ़ जाती है,
तो आँखें ही सच्चाई बयां करती हैं।
हर दर्द लिखा होता है उन लम्हों में,
जहाँ मोहब्बत भी रोती नजर आती है।
Shayari On Khamoshi in Hindi
बोलूं तो बिखर जाते हैं जज़्बात,
चुप रहूं तो सह नहीं पाता।
ख़ामोशी एक सज़ा बन गई है,
जिसे दिल हर रोज़ निभाता।
Shayari On Khamoshi in Hindi
ख़ामोशी पर शायरी
वो ख़ामोश थे, हम भी कुछ ना कह सके,
दिल में था दर्द, मगर सह गए।
यूँही वक्त कटता गया दूरियों में,
और हम पास रहकर भी खो गए।
Shayari On Khamoshi in Hindi
तेरी ख़ामोशी ने हर बात कह दी,
हमने समझा और आँखे भर आई।
तू कुछ ना बोला, फिर भी सब समझे,
तुझसे बिछड़ने की घड़ी आ गई।
Shayari On Khamoshi in Hindi
ख़ामोशी की ये दीवारें कब गिरेंगी,
क्या मेरी सिसकियाँ तुझ तक पहुंचेंगी?
मिलेंगे कभी उस मोड़ पर फिर से,
जहाँ ना आँसू होंगे, ना तन्हाइयाँ।
ख़ामोशी पर शायरी
ख़ामोशियाँ भी करती हैं बातें,
बस सुनने वाला चाहिए।
हर चुप्पी में होती है सदा,
हर आहट में मोहब्बत छुपी है।
Shayari On Khamoshi in Hindi
ना शिकवा किया, ना गिला किया,
बस ख़ामोशी को अपना लिया।
लोग कहते हैं हम बदल गए,
हमने तो बस सहना सीख लिया।
Shayari On Khamoshi in Hindi
उनकी ख़ामोशी ने तोड़ दिया हमें,
हमने हर आवाज़ में उन्हें ढूंढा।
मगर वो दूर से बस देखते रहे,
हम चुपचाप भीगते रहे।
ख़ामोशी पर शायरी
जब लफ़्ज़ काम ना आएं,
तो ख़ामोशी बोल उठती है।
हर दर्द को सहना पड़ता है,
क्योंकि दिल कभी धोखा नहीं देता।
Shayari On Khamoshi in Hindi
वक़्त और ख़ामोशी ने सिखा दिया,
कि हर रिश्ता आवाज़ नहीं मांगता।
कुछ दूरियां ज़रूरी होती हैं,
ताकि हम खुद को पहचान सकें।
Shayari On Khamoshi in Hindi
ख़ामोशी की चादर ओढ़ ली है,
ताकि कोई सवाल ना कर सके।
हर आंसू छुपा लिया है आँखों में,
ताकि कोई दर्द ना पढ़ सके।
Shayari On Khamoshi in Hindi
ना कोई आहट, ना आवाज़ है,
सिर्फ तन्हाई और सर्द साज़ है।
तेरी ख़ामोशी कुछ यूँ लगी,
जैसे वक़्त भी अब नाराज़ है।
Shayari On Khamoshi in Hindi
जो दिल से निकलती हैं वो बातें,
ख़ामोशी में भी सुनाई देती हैं।
कुछ रिश्ते ऐसे भी होते हैं,
जो बिन लफ़्ज़ों के निभाए जाते हैं।
Shayari On Khamoshi in Hindi
कभी ख़ामोशी भी चीखती है,
और कोई सुन नहीं पाता।
दिल अंदर ही अंदर टूटता है,
पर चेहरा कुछ नहीं बताता।
ख़ामोशी पर शायरी
ख़ामोश लब, भीगी नज़र,
कह गई हर हाल-ए-दिल का असर।
तू पूछता रहा क्या हुआ मुझे,
और मैं मुस्कुरा के रह गया बस
Shayari On Khamoshi in Hindi
तेरे बग़ैर सब अधूरा लगता है,
ये दिल तन्हा और सूना लगता है।
तेरी ख़ामोशी भी अब सताती है,
हर लम्हा तुझसे जुड़ा नज़र आता है।
Shayari On Khamoshi in Hindi
चुप रहकर भी हम सब कह गए,
तेरे इशारों को समझते रह गए।
तू पास रहकर भी दूर था,
और हम दूर होकर भी जुड़ते रह गए।
ख़ामोशी पर शायरी
तेरी चुप्पी में भी आवाज़ थी,
जिसे सिर्फ मेरा दिल समझ पाया।
दुनिया कहती रही कुछ नहीं है,
पर मैंने उसमें मोहब्बत पाया।
Shayari On Khamoshi in Hindi
कहना बहुत कुछ था मगर,
तेरी ख़ामोशी ने सब रोक लिया।
अब दिल की बातें लफ़्ज़ों में नहीं,
बस आंसुओं में बह जाती हैं।
Shayari On Khamoshi in Hindi
ख़ामोशी से इश्क़ करने लगे हैं,
तेरे बिना भी जीने लगे हैं।
हर बात अब अधूरी सी है,
पर तुझे चाहने से ना डरने लगे हैं।
ख़ामोशी पर शायरी
कुछ लफ़्ज़ अधूरे रह गए,
कुछ ख्वाब चुप रह गए।
तेरी एक झलक को तरसती है आंखें,
पर अब हम खुद में रह गए।
Shayari On Khamoshi in Hindi
तेरी ख़ामोशी की तासीर बहुत गहरी है,
जैसे रूह को छूती कोई लहर सी है।
मुझे तो तेरा साया भी सुकून दे जाता है,
जब तू कुछ ना कहकर भी सब कह जाता है।
Shayari On Khamoshi in Hindi
जब ख़ामोशी सवाल बन जाए,
तो जवाब भी बेमानी हो जाते हैं।
हमने तो बस दर्द पाला है,
तू कहे या ना कहे, हम सुनते रहे।।
तेरी ख़ामोशी ने ही मारा हमें,
तेरे अल्फ़ाज़ तो कातिल नहीं थे।
हमने तो हर चुप्पी में तुझे ढूंढा,
और तू हर बार दूर मिला।
Shayari On Khamoshi in Hindi
ख़ामोशी ने भी अब बोलना सीख लिया है,
तेरी यादों से रिश्ता जोड़ना सीख लिया है।
अब आँसू भी मुस्कुराने लगे हैं,
और तन्हाई में जीना आदत बन गया है।
Shayari On Khamoshi in Hindi
जब कुछ ना कहो तो भी सब समझ आता है,
तेरी ख़ामोशी में भी प्यार नजर आता है।
हर लम्हा तुझसे कुछ कहता है,
पर तू हर बार चुप रह जाता है।
निष्कर्ष
Shayari on Khamoshi यानी ख़ामोशी पर शायरी दिल के उन जज़्बातों की आवाज़ होती है, जिन्हें लफ़्ज़ों में बयां करना मुश्किल होता है। जब दिल की बातें ज़ुबां पर नहीं आतीं, तब ख़ामोशी खुद बोलने लगती है – और यही भाव शायरी में उतरते हैं। चाहे वो तन्हाई का एहसास हो, अधूरी मोहब्बत हो या दिल का दर्द – ख़ामोशी सब कुछ कह जाती है।
अगर आप कभी चुप रहकर सब कुछ कहना चाहते हैं, तो ये शायरियाँ आपके जज़्बातों को बख़ूबी बयां करेंगी। इस तरह की शायरियों से न सिर्फ सुकून मिलता है, बल्कि दिल की गहराई से जुड़ाव भी महसूस होता है। ख़ामोशी को समझना और उसे महसूस करना एक कला है – और शायरी उसका सबसे खूबसूरत ज़रिया है।
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